

शिव पुराण, भगवान शिव के जीवन, लीलाओं, और महिमा के बारे में बताने वाला एक पुराण है. यह शैव मत से जुड़ा है. शिव पुराण में भगवान शिव को पंचदेवों में प्रधान माना गया है. इसमें शिव के कल्याणकारी स्वरूप का वर्णन है. शिव पुराण में भगवान शिव के विविध रूपों, अवतारों, ज्योतिर्लिंगों, भक्तों, और भक्ति का वर्णन है. इसमें शिव-महिमा, लीला-कथाओं, पूजा-पद्धति, और ज्ञानप्रद आख्यान भी बताए गए हैं. शिव पुराण की विशेषताएं: शिव पुराण में शिव के रहन-सहन, विवाह, और उनके पुत्रों की उत्पत्ति के बारे में बताया गया है. इसमें शिव को स्वयंभू, शाश्वत, सर्वोच्च सत्ता, विश्व चेतना, और ब्रह्मांडीय अस्तित्व का आधार बताया गया है. इसमें शिव को त्याग, तपस्या, वात्सल्य, और करुणा की मूर्ति बताया गया है. इसमें भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय भी बताए गए हैं. शिव पुराण के पाठ से मिलने वाले लाभ: मनोकामनाएं पूरी होती हैं. निःसंतान लोगों को संतान की प्राप्ति होती है. वैवाहिक जीवन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं. जीवन के अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है. शिव पुराण - विकिपीडिया शिव पुराण सभी पुराणों में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण व सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली पुराणों में से एक है। भगवान शिव के विविध रूपों, अवतारों, ज्योतिर्लिंगों, भक्तों और भक्ति का विशद् वर्णन किया गया है। इसमें शिव के कल्याणका...